लाटरी जीतने का उपाय

लाटरी जीतने का उपाय
लाटरी जीतने का उपाय

लाटरी जीतने का उपाय

लाटरी जीतने का उपाय, लाटरी  भले ही भारत के कई राज्यों में प्रतिबंधित हो और इसे सभ्य समाज के लिए बेहतर नहीं माना जाता, लेकिन आर्थिक तंगी से गुजारते वक्त किस्मत आकलन करने का यह एक बेहतर जरिया हो सकता है। कोई जरूरी नहीं है कि लाॅटरी का टिकट खरीदकर ही आकस्मिक धनोपार्जन की उम्मीद की जा सकती है, बल्कि आपके द्वारा किए गए कार्य की सफलता का अनुमान भी किसी लाॅटरी जीतने से कम नहीं होता है।

लाटरी जीतने का उपाय
लाटरी जीतने का उपाय

यदि आप शेयर में पैसा लगाते हैं, तो पैसे का आना उसके कंपनियों की सफलता पर आमदनी निर्भर है। आय सुनिश्चित नहीं है, लेकिन होने की उम्मीद है। बहुत ज्यादा या बहुत कम हो सकती है। ऐसे में कुछ वैदिक और तांत्रिक उपायों के अतिरिक्त टोने-टोटके का भी प्रयोग कर सकते हैं। इससे अनुमान आधारित आमदनी को पक्का करने मदद मिल सकती है। परंतु हां लाॅटरी या अवैघ सट्टा के अधिक इस्तेमाल से निराशा  हाथ लगने की आशंका ज्यादा रहती है।

अचूक टोटके

लाटरी का टिकटः यदि आपने लाटरी का टिकट खरीदना चाहते हैं तो उसके पुराने टिकट के साथ एक वैदिक टोटका करें। कोई पुरान लाॅटरी का टिकट लें। चार कमल के फूल, धूपबत्ती, घी से भरा मिट्टी का दीपक, बेसन के लड्डू, लाल रंग का धागा, एक 200 या 500 रुपये का नोट, सफेद कागज, सिंदूर और कपूर समाग्री के साथ अमावस्या की रात ग्यारह बजे के बाद किसी धार्मिक स्थल पर जाएं।

पूरब दिशा की ओर मुंह कर आसन बिछाएं और अपने सामने घी का दीपक जलाएं। धूप दिखाएं। उसके चारो ओर कमल के फूल को सजाकर रख दें। सामने लाॅटरे के टिकट को रखें और उसपर थोड़ा कपूर डालकर निम्नलिखित मेंत्र का तीन माला यानी 234 बार जाप करें। लड्डु चढ़ाएं। बगल में नोट रखें।

मंत्र इस प्रकार हैः- ऊँ महालक्ष्माई, सर्व दरिद्रता दूरनि!

क््रांतु अवन्तु भवयः!!

मंत्र जाप पूरा होने के बाद सफेद कागज पर सिंदूर के साथ पानी मिलाकर उसकी स्याही बना लें। उससे लाटरी जीतेने का उद्देश्य लिखें। लाल धागे को दो टुकड़े कर लें। धागे से एक टुकड़े से कागज को मोड़कर बांध दें। दूसरे टुकड़े को अपनी दाईं कलाई पर बांध लें।

लाटरी के पुराने टिकट को जेब में संभाल कर रख लें। इसके साथ ही लाटरी के दस प्रतिशत हिस्से को दान कार्य में लगाने का संकल्प लें। लड्डु का प्रसाद सेवन करें और 500 या 200 रुपये का टिकट खरीदें। नई लाटरी के टिकट के साथ पुरानी को भी उसके नतीजे आने तक अपनी जेब में रखें।

लाटरी मंत्रः अनिश्चित को निश्चित बनाने के कार्य में सफल होने की उम्मीद को प्रबल बनाना ही लाटरी जीतना है। इसके लिए एक साबर मंत्र बहुत ही  उपयोगी साबित हो सकता है। वह इस प्रकार हैः-

ऊँ उलटंत देव पलतंट काया उतर आवे,

बच्चा गुरु ने बुलाया बेग सत्यनाम आदेश गुरु का!!

इस मंत्र की सिद्धी ग्रहण के दिन करें। इसके लिए घर के किसी एकांत स्थान पर हकीक की माला के साथ पांच माला यानी कि 540 बार जाप करें। उसकी सिद्धी के बाद कुछ दूसरी आवश्यक सामग्रियों में शराब की एक बोतल और सवा सौ ग्राम बताशे, धूप-दीप  और अक्षत रखें। सभी को अपनी सुविधानुसार रात में किसी सुनसान चैराहे पर आने-जाने वालों की नजर बचाकर रख दें।

वहीं दीप जालाएं और 21 बार  सिद्ध मंत्र का जाप करें। उसके बाद पास पड़े सात कंकड़ उठाएं और उनमें चार को सामग्रियों के चारो दिशाओं में रख दें। बाकी बचे तीन कंकड़ों को अपने पास संभाल कर रख लें। इससे आपकी लाॅटरी में जीत हासिल होने की संभावना बढ़ जाएगी।

लाजवंती का पौधाः लाटरी जीतने का एक बहुत ही साधारण उपाय लाजवंती यानी छुईमुई के पौधे साथ किया जा सकता है। शनिवार के दिन प्रातः सूर्योदय से पहले उठें। नहा-धोकर पौधे बेचे जाने वाले गार्डने में जाएं। छुईमुई पौधे के पास जाकर हाथ जोड़ें और मन में उसे लाटरी जीतने का उद्देश्य बताएं। उसके बाद गार्डन के माली को पैसा भुगतान कर उसका सौदा पक्का कर लें, लेकिन अपने साथ अगले रोज ले जाने का वादा करें।

दूसरे दिन प्रातः फिर गार्डन में जाएं और खरीदे हुए पौधे को अपने साथ घर लाएं। ध्यान रहे पौधा लाने के बारे में कोई टोके नहीं। किसी के टोकने पर उसका कोई जवाब नहीं दें। घर में उसकी धूप और रोली से पूजा करें। पूजा के बाद उसकी कुछ पत्तियों को लाल कपड़े में लपेट कर अपनी दायीं भुजा में बांध लें। उसके बाद लाॅटरी का टिकट खरीदें या ऐसे दूसरे तरह के काम की शुरूआत करें।

बरगद का पत्ताः लाटरी जीतने का दूसरा उपाय बरगद के पेड़ के पत्ते के साथ किया जाना चाहिए। शुक्ल पक्ष के गुरूवार के दिन प्रातः सूर्योदय से ठीक पहले बरगद के पेड़ का एक पत्ता तोड़ें। साथ में पांच किस्म की मिठाइयांे के टुकड़े और दो इलायची लें। बरगद के पत्ते में इलायची और मिठाई को लाल धाग से अच्छी तरह बांध लें।

उसके बाद उसी दिन सूर्यास्त के ठीक पहले एक लोटा पानी लेकर बंधे हुए पत्ते के साथ पीपल के पेड़े के पास जाएं। उसे हाथ में रखते हुए अपनी मनोकामना पूति के लिए प्रार्थना करें और उसे पीपल को अर्पित कर दें। धूप दिखाएं और सरसो तेल का दीपक जलाएं। इस टोटके के बाद ही अगले दिन लाटरी का टिकट खरीदें। ध्यान रहे इसकी जानकारी किसी को नहीं होने पाए।

स्वर्णाकर्षण गुटिकाः एक विशेष किस्म के यंत्र स्वणाकर्षण गुटिका को सिद्ध कर आकस्मिक धनलाभ या लाटरी जीत को पक्का किया जा सकता है। शुक्रवार के दिन सफेद रंग का वैसा सूती वस्त्र पहनें, जो दो भागों में बंटा हुआ नहीं हो। जैसे धोती या लुंगी। उत्तर दिशा में आसन बिछाकर उसपर स्वर्णाकर्षण गुटिका को रख दें। उसके सामने सरसो तेल का दीपक जलाएं।

एक स्फटिक की माला लें और उससे 21000 बात नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें। इस जाप की संख्या को 21 दिनों में पूरा करें। इस तरह से गुटिका के सि़द्ध हो जाने के बाद उसे अपनी जेब में संभाज कर रखें। यह हर क्षेत्र में उन्नति दिलाने में सहायक भूमक निभाता है और आकस्मिक धनागमन के नए रास्ते भी बनाता है। जाप किया जाने वाला मंत्र इस प्रकार हैः-ऊँ नमो वीर बैताल आकस्मिक धन देहि देहि नमः!!

माँ कामाख्या देवी वशीकरण साधना सिंदूर

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About वशीकरण देवी 20 Articles
वशीकरण देवी, माँ कलिका इस दुनिया मे तंत्र, मंत्र, टोन, टोटके, यन्त्र, कला जादू की आदि शक्ति है. हज़ारो सालो से हमारे अघोरी साधु माँ कलिका के आशिर्वाद से दुनिया का कल्याण इस शक्तियों के द्वारा कर रहे है. कुछ अघोरी बाबा भोलेनाथ से भी ये कृपा प्राप्त करते है. माँ कलिका की कृपा या बाबा भोलेनाथ के कृपा जिस पैर भी हो जाए उसका कोई बाल भी बाका नहीं कर सकता है . हमारे गुरूजी को माँ कलिका की कृपा से वशीकरण सिद्धि प्राप्त है, इस सिद्धि से गुरूजी समाज मे दुखों को ख़तम करना चाहते है. वशीकरण देवी के द्वारा दी गई सिद्धि से इस संसार मे ऐसा कोई भी दुःख नहीं है जो ख़तम नहीं हो सकता हो, सिवाए मरे हुए इंसान को ज़िंदा करना. यदि आप भी किसी करणवाश दुखी है तो गुरूजी को अपना दुःख बताये, यदि आपका दुक्ख निसवार्थ है तो गुरूजी आपकी मनोकामना माँ कलिका के द्वारा दिए गये वशीकरण मंत्र से पूरी करेगे.